भारतीय कृषि और किसानो को आर्थिक रूप से समोन्नत
करने के उद्देश्य से श्री स्वामी समर्थ कृषी विकास व संशोधन चॅरीटेबल ट्रस्ट
द्वारा नासिक, महाराष्ट्र में “जागतिक कृषी महोत्सव २०१७” का आयोजन किया गया
जिसमे उन्नत कृषि तकनीक प्रदर्शन के साथ ही प्रमाणित कृषि आदानो का रोचक तरीके से
जीवंत प्रदर्शन किया गया . इस अनूठे आयोजन में देश विदेश के ५० हजार से अधिक
किसानो, कृषि अधिकारिओ, कृषि व्यापारियो, वैज्ञानिको और ग्रामीणों ने भाग लिया. इस
मेले में किसानो के लिए प्रशिक्षण और कार्यशाला का भी आयोजन किया गया. इस
अवसर पर संस्था प्रमुख गुरुमाऊलीजी कहते
है,
विश्व के लिए अन्ननिर्मिती करनेवाला किसान ब्राह्मण के समान
सम्माननीय है। अत: उसे आदर और कृषी को प्रतिष्ठा मिलनी चाहिए। ऐसा होने पर ही देश
संपन्न हो सकेगा। संपन्न कृषी के लिए प. पू. गुरुमाऊलीजी जैविक तथा आधुनिक कृषी
संबंधी मार्गदर्शन करते हुए कहते है कि अच्छी उपज के लिए किसान बीजों पर
आध्यात्मिक संस्कार करें, सुमुहूर्तोपर बोआई करें तथा खेती
में सामुदायिक पर्जन्यसूक्त का पठन करें। भारत
में कृषि क्षेत्र में शोध, शिक्षा और
तकनीक प्रसार के क्षेत्र में उल्लेखनीय
कार्य करने के लिए इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर के प्राध्यापक डॉ.
गजेन्द्र सिंह तोमर को “कृषि मौली पुरुस्कार-२०१७” से सम्मानित किया गया. यह पुरुस्कार गुरुमाऊली प. पू.
श्री. आण्णासाहेब मोरे ने प्रदान किया .
वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर श्री दिनेश भाई पंड्या एवम् श्री नवल किशोर राठी के साथ |
कृषि मोउली स्मृति चिन्ह |
वारंगल में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड ग्रहण करते हुए |
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रमाण पत्र |
उत्कृष्ट कृषि सेवक प्रमाण पत्र |
कृषि रत्न पुरुस्कार ग्रहण करते हुए |
ज.ने.कृषि विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ वही. एस.तोमर द्वारा उत्कृष्ट कृषि सेवक अवार्ड ग्रहण करते हुए |
।।श्री स्वामी समर्थ।।