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बुधवार, 27 मार्च 2013

कृषक-छात्र-वैज्ञानिक परिचर्चा एवं कृषि विज्ञान प्रदर्शनी में उमड़ा जन-शैलाव



बाएं से दाएं  डॉ जी एस तोमर, आयोजन सचिव, डॉ एस के पाटील, कुलपति,श्री चंद्रशेखर साहूजी, कृषि मंत्री, छत्तीसगढ़, श्री पी आर कृदत्त, संचालक,कृषि छत्तीसगढ़,  डॉ जे एस उर्कुरकर निदेशक विस्तार एवं  डॉ ओ पी कश्यप, अधिष्ठाता दृष्टिगोचर है. 




















रायपुर २४  मार्च २०१ ३। इंदिरा गांधी कषि विश्वविद्यालय, कृषि महाविद्यालय रायपुर द्वारा बी.एससी.(कृषि) अंतिम वर्ष के  छात्रो  के  लिए संचालित ग्राम्य कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के  तहत 24 मार्च 2013 को  ग्राम सारांगाव, जिला रायपुर  स्थिति कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक  ट्रस्ट प्रांगण में कृषक-छात्र-वैज्ञानिक परिचर्चा एवं कृषि विज्ञान प्रदर्शनी  पहली बार आयोजित की गई ।  सस्य विज्ञानं के प्राध्यापक एवं  रावे समन्वयक डाँ.जी.एस तोमर के  मार्गदर्शन में कृषि छात्रो  द्वारा छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डाँ.एस.के .पाटील की अध्यक्षता एवं प्रदेश के  कृषि,पशुधन,मत्स्य व श्रम मंत्री श्री चन्द्रशेखर साहू के  मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ जिसमें क्षेत्रीय विधायक एवं अध्यक्ष बेबरेज कारपोरेशन, छत्तीसगढ़  श्री देवजी भाई पटैल, संचालक कृषि  श्री प्रतापराव क्रदत्त, निदेशक विस्तार सेवाएं डां.जे.एस.उरकुरकर, अधिष्ठाता कृषि संकाय डाँ.ओ. पी.कष्यप, विभागाध्यक्ष डाँ.एम.पी.ठाकुर सहित तमाम वैज्ञानिको , छात्रो, किसानो , स्कूली बच्चो  एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियो  ने हिस्सा लिया ।
संबोधन डॉ जी एस तोमर, आयोजन सचिव  द्वारा साथ में डॉ ओ पी कश्यप, अधिष्ठाता,








श्री देवजीभाई पटेल, बिधायक एवं डॉ जे एस उर्कुरकर निदेशक विस्तार 






 भावी  युवा कृषि वैज्ञानिको  ने फसल उत्पादन, उद्यानिकी, फसल संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयो  यथा समन्वित कृषि प्रणाली, वर्षा जल संरक्षण, भू-जल पुर्नभरण एवं संवर्दन, फसल चक्र, फसल उत्पादन तकनीक, फसल सुरक्षा की परंपरागत विधियाँ, उद्यानिकी फसलो  हेतु किफायती टपक सिंचाई, फसल को  चूहो, बंदर, तोतों आदि से बचाने के  लिए कारगर  नियंत्रण विधियाँ, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, फलो  से जैम, जैली व शर्बत बनाने का जीवंत प्रदर्शन बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया । सुबह ११  बजे से ही दूर दराज के  कृषको, ग्रामीण महिलाओ एवं स्कूली छात्रो  ने सभी स्टालों का भ्रमण करते हुए बिषयो की जानकारी हासिल की तथा बहुत सी तकनीक को अपने गाँव खेत में अपनाने के गुर सीखे। रावे समन्वयक व आयोजन सचिव डाँ.जी.एस.तोमर ने बताया कि  ग्राम्य कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के  तहत 25 छात्रो  को  ग्राम जरोदा, 25 छात्रो  क¨ ग्राम बरो डा एवं 20 छात्राओ  को  ग्राम सारागांव सीखो और  सिखाओ तथा देखो और करो  की मूल भावना से कृषक परिवारो के  साथ ३ माह के लिए  संलग्न किया गया है । प्रत्येक छात्र-छात्रा ने संबंधित ग्राम के  उनके  द्वारा चयनित २ -२  कृषक परिवारो  के  साथ मिल कर अपने ज्ञान और  कोशल को  खेत पर प्रदर्शित करने के  साथ-साथ वे कृषको  के  अनुभव¨के  लाभ भी अर्जित कर रहे है । कृषि विज्ञान प्रदर्शनी का लगभग 1120 किसानो , छात्र-छात्राओ   एवं ग्रामवासीओ  ने अवलोकन करते हुए कृषि छात्रो  से विभिन्न विषयो  पर संवाद कर अपनी जिज्ञासा पूरी की । इस दोरान उन्हे कृषि पंचांग, कृषि दर्शिका और रबी व खरीफ  कृषि कार्यमाला निःशुल्क प्रदान की गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डां.एस.के .पाटील, कुलपति-इं.गां.कृ.वि. ने छात्रो  द्वारा आयोजित कृषि विज्ञान प्रदर्शनी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि रावे कार्यक्रम के तहत पहली बार इस तरह का बेहतर आयोजन किया गया है जिसे प्रदेश के  समस्त महाविद्यालयो  में लागू किया जाएगा । कला  और विज्ञान  का बेहतर समन्वयन मै पहली बार देख रहा हूं । इस आयोजन के लिए उन्होंने शिक्षको और छात्रो को हार्दिक बधाई व सुभकामनाए प्रेषित की।  उन्होने  बताया कि इस वर्ष से यह कार्यक्रम आगामी खरीफ ऋतु से प्रारंभ किया जाएगा जिससे छात्रो  को  प्रदेश की प्रमुख फसलो  के  बारे में  अधिक सीखने मिलेगा जिससे किसानो  को  भी बांक्षित लाभ हो गा । मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए श्री चन्द्रशेखर साहूँ जी ने कहा कि छात्र-छात्राओ  द्वारा  इस तरह के आयोजन की बेहतरीन प्रस्तुति मै पहली बार देख रहा हूँ । छात्रो  द्वारा अलसी का मौर  अपने मस्तिश्क पर धारण करना इस बात का धोतक है कि हमारे छात्र परंपरागत फसलो और  समन्वति फसल प्रणाली के  ज्ञान को  प्रसारित करने में अग्रणीय भूमिका निभा रहे है । उन्होने छात्र-छात्राओ  द्वारा रो चक ढंग से सजाए गये कषि सूचना केन्द्र और  विभिन्न प्रदर्शनो  का बारीकी से अवलोकन किया तथा प्रत्येक छात्र-छात्रा से विषय की सम्पूर्ण जानकारी लेते हुए उनके  उज्जवल भविष्य की कामना की । मंत्री जी ने रावे के  छात्र-छात्राओ  के  इस वर्ष से कृषि विभाग की विभन्न योजनाओ  के  तहत विशेष स्कालरशिप प्रदान किये जाने की घोषणा की जिससे छात्रो  के  चेहरे खुशी से खिल गये । कार्यक्रम के  विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक श्री देवजी भाई पटैल, संचालक कृषि श्री पी.आर कृदत्त, अधिष्टाता कृषि डाँ ओ .पी.कष्यप और  निदेशक विस्तार डाँ. जे.एस.उरकुरकर ने भी छात्रो  द्वारा आयोजित कृषि विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन और  छात्र-छात्राओ  एवं शिक्षको  की नवोन्वेषी प्रस्तुति एवं कृषि तकनिकी से संबधित प्रादर्शो   की सराहना की ।रावे कार्यक्रम के  तहत ग्राम बरोडा में छात्रों द्वारा किये गये कार्यो  का मंत्री जी ने कुलपतिजी, संचालक कृषि, निदेशक विस्तार सेवाए तथा अधिष्ठाता कृषि संकाय के  साथ अवलोकन किया तथा विद्यार्थियो  द्वारा स्थापित प्रादर्श एवं कृषि  कार्यो   एवं किसानो  के  साथ बेहतर तालमेल की सराहना की।  कृषक-छात्र-वैज्ञानिक परिचर्चा मे डां.एम.पी.ठाकुर, डाँ.एस.के टांक, डाँ.व्ही.के .गुप्ता, डाँ.एस.एन.दीक्षित, डाँ.के .पी.वर्मा, डाँ.नंदन मेहता, डाँ.लालजी सिंह, डाँ.जी.पी.पाली, डां.एम.एल.शर्मा, डाँ.पी.के .चन्द्राकर, डांएच.सी.नंदा, डाँ.रामा सावू, श्री गजेन्द्र चन्दकर, डाँ.आर.के .दांतरे, डां.केक़े. श्रीवास्तव,डाँ.अंबिका टंडन, डाँ.हुलास पाठक की प्रमुख भूमिका रही है । कृषको  की ओर  से श्री ईषकुमार साहू, श्री मनोहर पांडे तथा कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट की  सभी कार्यकताओ  एवं बाल मण्डली  का सराहनीय योगदान रहा । तीनं गांवो  की पंचायत को  मृदा परीक्षण किट प्रदान की गई जिससे जरूरतमंद किसान अपने खेत की मृदा के स्वास्थ्य का परीक्षण कर सकते है । कार्यक्रम के  अंत में ग्राम जरोदा, सारागांव व बरोडा के  5-5 किसानो  को उनके  सहयोग एवं कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के  लिए प्रशस्ति पत्र व समृति चिन्ह से सम्मानित किय गया । इसके  अलावा कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट की बाल मंडली एवं समाज सेवा में अग्रणीय भूमिका अदा करने वाली महिला मंडल क¨ भी सम्मानित किया गया । सभी छात्र-छात्राओ एवं रावे शिक्षको  को  भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये ।  ग्राम्य कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के तहत   छात्र-छात्राओ के साथ अनुलग्न सभी कृषको को  फलदार वृक्षों  की पौध  एवं कृषि तकनीकी पुस्तिकाएं निःशुल्क वितरित की गई । सम्पूर्ण आयोजन में सभी छात्र-छात्राओ  विशेषकर प्रकाश रायचंदानी, कु.पूजा यादव, हेमकांत चन्द्रवंशी कु. वेनी कष्यप, वीरेन्द्र तिग्गा, कु.प्रतिभा चन्द्राकर, अर्चित नायक, गिरीष देवांगन, कु.अनुसुइया पंडा, कु. शुरूभि श्रीवास्तव, गिरजाशंकर राना, कु.रूचिका मिश्रा, गजेन्द्र मीना, कु.शोम्या पांडे,  अलोक कुमार,हर्ष मिश्रा, कु.विदिशा राय,तुषार सोलंकी, कु.अपूर्वा केसरवानी, कु.र¨शनी राय, कु.किरन वर्मा, डायमन्ड साहूँ , कु. आंकाक्षा शर्मा व कु.ममता देवांगन का उल्लेखनीय योगदान रहा । रावे शिक्षको  में प्रमुख रूप से आयोजन सचिव डाँ.गजेन्द्र सिंह तोमर, सलाहकार शिक्षक  श्री गजेन्द्र चन्द्राकर, डाँ.अमित दीक्षित, डाँ.अकरम खान, डाँ.गोरव शर्मा, डाँ.संजय द्विवेदी, डाँ.अंबिका टंडन एवं डाँ.घनश्याम साहू , डाँ.ज्योति भट्ट, डाँ.नीता खरे का सक्रिय योगदान रहा । कृषि विभाग से उपसंचालक श्री रोशन धुरंधर, सहायक संचालक श्री नायक ने कृषि विभाग की कृषि व कृषक हितैषी योजनाओ  से संबंधित सूचनाएं प्रदर्शित की तथा किसान¨को ¨ जानकारी और  विभिन्न योजनाओ  से संबंधित लाभांश वितरित किये। मंच का संचालन छात्रा कु.रूचिका मिश्रा द्वारा किया गया एवं धन्यवाद प्रस्ताव छात्र श्री हर्ष मिश्रा द्वारा किया गया ।










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